Saturday, August 24, 2013

सपना फिर से टूटा हैं..


सपना फिर से टूटा हैं.. 
कोई हमसे रूठा हैं.. 
जो था कल तक साथ हमारे 
आज चाँद पे पहुचा हैं.. 
दिया हमेशा साथ हमारा.. 
पग पग हमे संभाला था.. 
आज हुआ वो दूर हैं हमसे.. 
शायद वो दिलवाला था.. 
मत रूठो....लौट आओ तुम 
नही तुम्हे हम सताएँगे.... 
मानेंगे हर कहना तुम्हारा.. 
अब ना तुम्हे रुलाएँगे..

Friday, August 23, 2013

भक्त की आर्त पुकार - Dard

दर्द..... दर्द ......
चारो ओर बिखरा हुआ ................दर्द..
किसी के पास maa  नही 

उसका दर्द..
किसी को पिता से 

दूरी का दर्द 
जिसके पास दोनो हैं..
उसको भरपेट भोजन नही हैं...
जिसको भोजन की भरपूरता हैं...
उसे किसी ना किसी 

बीमारी ने जकड़ा हैं..
जिसको बीमारी नही हैं..उसे
अपने ही रिश्तो ने 

बुरी तरह रगड़ा हैं
सब किसी ना किसी

दर्द मे उलझे हैं..
नही हैं कोई भी सुखी....

सब अंदर से बिखरे हैं..
कोई तो रास्ता दिखाओ...

हम सब को...
इन दर्द से.....आराम....दिलाओ...
प्रभु आओ....तुम आओ...

अब आ भी जाओ...

ये सर वो सर नही हैं
जिसे रख के मैं उठा लूं..
झुक गया जो तेरे दर पे
आता नही उठाना.......
मुझे रास आ गया हैं..
तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी
मुझे मिल गया ठिकाना






Tuesday, August 20, 2013

रक्षा बंधन की बहुत बहुत बधाई




कुछ कच्चा सा हैं कुछ पक्का सा हैं..
रंग ये देखो कैसा ..अलग सा हैं...
वक़्त के साथ पक जाएगा.....
सारी उम्र याद आएगा...धागा नही बंधन हैं ये..
ता उम्र साथ देने का वचन हैं ये...
ये हम सभी को निभाना होगा...
भैया तुम्हे हर राखी पे...बिन कहे आना होगा
                                                       (रक्षा बंधन की बहुत बहुत बधाई...
)

प्याज़ बिना सूना लगे सब खाने का स्वाद..







प्याज़ बिना सूना लगे सब खाने का स्वाद..
अब तो पीना भी उनको लगे...बिना प्याज़ बेस्वाद..

ये सपना तो बस सपना हैं..

 आँखो मे पलता एक सुन्दर सपना
शायद अब वो तेरा हैं..
सफेद झक चादर सा आसमा
उसमे भी अक्स तेरा हैं
झाकती गहरी नीली आँखे..
उनमे भी कोई रहता हैं..
करती हैं बातें जो खुद से..
प्यार उन्हे तुमसे कितना हैं..
तुम आओ तो सुबह हो जाए..
जम कर बरसे घटा से पानी..
सारा आलम थम जाए..
रह जाए बस अपनी दुनिया..
ये सपना तो बस सपना हैं..